Hindi Spiritual Story : हम सभी के जीवन में चार पत्नियां होती हैं। हम उसी की उपेक्षा अधिक करते हैं जो सबसे अधिक प्रेम करती है। पढ़िए एक सरल कहानी जो जीवन में सबसे बहुमूल्य की उपेक्षा के बारे में बताती है। हमें तब पता चलता है जब समय रेत की तरह हमारे हाथ से फिसल चूका होता है।
एक आदमी था जिसकी चार पत्नियाँ थीं। वह अपनी चौथी पत्नी से सबसे ज्यादा प्यार करता था। उसका बहुत ख्याल रखता था और उसे सबसे अच्छा देता था।
वह अपनी तीसरी पत्नी से भी प्यार करता था। हमेशा उसे अपने दोस्तों को दिखाना चाहता था। हालाँकि, उसे हमेशा डर रहता था कि कहीं वह किसी और आदमी के साथ भाग न जाए।
वह अपनी दूसरी पत्नी से भी प्यार करता था। जब भी उन्हें कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ता, वह हमेशा अपनी दूसरी पत्नी के पास जाता और वह हमेशा उसकी मदद करती। Hindi Spiritual Story
वह अपनी पहली पत्नी से प्यार नहीं करता था। हालाँकि वह उससे बहुत प्यार करती थी। उसके प्रति बहुत वफादार थी। उसकी बहुत देखभाल करती थी।
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एक दिन वह आदमी बहुत बीमार पड़ गय। वह जान गया कि वह जल्द ही मरने वाला है।
उसने अपने आप से कहा, “मेरे साथ मेरी चार पत्नियाँ हैं। जब मैं मर जाऊँगा तब मैं उनमें से एक को अपने साथ ले जाऊँगा, ताकि मैं अपनी मृत्युके बाद भी साथ में रहूँ।”
इस प्रकार, उसने चौथी पत्नी को अपने साथ मरने और साथ में रहने के लिए कहा। “बिल्कुल नहीं!” उसने उत्तर दिया और बिना किसी अन्य शब्द के चली गई।
उसने अपनी तीसरी पत्नी से पूछा। उसने कहा, “यहाँ जीवन बहुत अच्छा है। जब तुम मरोगे तो मैं पुनर्विवाह करने जारही हूँ।”
फिर उसने अपनी दूसरी पत्नी से पूछा। उसने कहा “आई एम सॉरी। मैं इस बार आपकी मदद नहीं कर सकती। अधिक से अधिक, मैं केवल तुम्हारी कब्र तक तुम्हारे साथ जा सकती हूँ।”
अब तक उसका दिल डूब चुका था और ठंडा हो गया था। Hindi Spiritual Story
तभी एक आवाज़ आई: “मैं तुम्हारे साथ चलूँगी। आप जहां भी जाएंगे, मैं आपके पीछे आउंगी।” आदमी ने ऊपर देख। सामने उसकी पहली पत्नी थी। वह इतनी दुबली थी, मानो वह कुपोषण से पीड़ित हो। बहुत दुखी होकर उस आदमी ने कहा, “जब तक मैं कर सकता था, मुझे आपकी बेहतर देखभाल करनी चाहिए थी!”
दरअसल, हम सभी के जीवन में चार पत्नियां होती हैं:
१. चौथी पत्नी हमारा शरीर है। कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम इसे अच्छा दिखने के लिए कितना भी समय और प्रयास करते हैं, जब हम मरेंगे तो यह हमें छोड़ देगा।
२. तीसरी पत्नी हमारी संपत्ति, हैसियत और धन है। जब हम मरते हैं तो वे दूसरों के पास जाते हैं।
३. दूसरी पत्नी हमारा परिवार और दोस्त हैं। जब हम जीवित थे तो वे हमारे कितने ही करीब रहे हों, कब्र तक वे हमारे पास रह सकते हैं।
४. पहली पत्नी हमारी आत्मा है, जो भौतिक धन और सुख की खोज में उपेक्षित रहती है। यह वास्तव में एकमात्र चीज है जो हम जहां भी जाते हैं हमारा साथ रहती है!